हेल्थ डेस्क: शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक है विटामिन D। यह विटामिन न केवल हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है, बल्कि यह दिल की सेहत और इम्यून सिस्टम को भी सपोर्ट करता है। लेकिन अगर लंबे समय तक इसकी कमी बनी रहे, तो कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उभर सकती हैं।
हड्डियों और मांसपेशियों पर बुरा असर
विटामिन D की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और मांसपेशियों में दर्द और थकान महसूस होने लगती है। मेडिकल भाषा में इसे ऑस्टियोमलेशिया कहा जाता है, जिसमें हड्डियां नरम और कमज़ोर हो जाती हैं। बच्चों में इस कमी की वजह से रिकेट्स जैसी बीमारी भी हो सकती है।
दिल की सेहत भी हो सकती है प्रभावित
कम विटामिन D स्तर से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और अन्य कार्डियोवैस्कुलर डिज़ीज़ का खतरा बढ़ सकता है। रिसर्च में यह भी सामने आया है कि इसकी कमी हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी स्थितियों की संभावना को बढ़ा सकती है। ऐसे में इस विटामिन को नजरअंदाज करना सेहत के लिए भारी पड़ सकता है।
विटामिन D की कमी को कैसे करें दूर?

1. धूप में बैठना
सुबह की हल्की धूप में 15–20 मिनट बैठना शरीर को नेचुरल विटामिन D देने का एक आसान और सस्ता तरीका है। धूप से मिलने वाला UVB रे शरीर में विटामिन D बनाने में मदद करता है।
2. विटामिन D युक्त आहार
- दूध और डेयरी उत्पाद: रोजाना दूध का सेवन करें, यह विटामिन D और कैल्शियम दोनों का अच्छा स्रोत है।
- अंडे की जर्दी: उबला या ऑमलेट के रूप में खाया गया अंडा विटामिन D देने में सहायक होता है।
- संतरे का रस: ताजे संतरे का रस शरी8र में विटामिन D और C की पूर्ति करता है।
- मशरूम: खासकर वे मशरूम जो धूप में उगाए जाते हैं, उनमें विटामिन D की मात्रा अधिक होती है।
- फोर्टीफाइड फूड्स: बाजार में ऐसे कई खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं जिनमें कृत्रिम रूप से विटामिन D मिलाया जाता है।
डॉक्टर की सलाह जरूर लें
अगर विटामिन D की कमी लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से ब्लड टेस्ट करवाकर इसकी पुष्टि करें। गंभीर कमी की स्थिति में डॉक्टर विटामिन D सप्लीमेंट लेने की सलाह भी दे सकते हैं।
निष्कर्ष
विटामिन D की कमी को नज़रअंदाज़ करना शरीर की हड्डियों, मांसपेशियों और दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। थोड़ी सी जागरूकता और संतुलित जीवनशैली अपनाकर इस कमी को आसानी से दूर किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या, इलाज या खानपान में बदलाव से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। First Voice इस जानकारी की सटीकता की जिम्मेदारी नहीं लेता।