गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज, गया की बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस (BLIS) सत्र 2024-25 की छात्राओं ने शनिवार को एक शैक्षणिक भ्रमण के दौरान प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक भग्नावशेषों और नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी (एनओयू) के पुस्तकालय का दौरा किया। यह यात्रा कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ.) सहदेब बाउरी के संरक्षण में आयोजित हुई, जिसमें इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कृति सिंह आनंद, दर्शनशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पूजा राय और शिक्षकेत्तर कर्मी रौशन कुमार व अजीत कुमार छात्राओं के साथ उपस्थित रहे।

शैक्षणिक भ्रमण की शुरुआत प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों से हुई, जहां छात्राओं ने उस ऐतिहासिक पुस्तकालय के अवशेषों को देखा, जिसे 12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी द्वारा आग के हवाले कर दिया गया था। इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को जानना छात्राओं के लिए एक अत्यंत भावनात्मक और ज्ञानवर्धक अनुभव रहा।
इसके उपरांत छात्राएं एनओयू के पुस्तकालय विभाग पहुँचीं, जहाँ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पुस्तकालयाध्यक्ष आफताब अहमद ने छात्राओं को डिजिटल लाइब्रेरी सिस्टम, ई-बुक्स संग्रह, आधुनिक कैटलॉगिंग तकनीक, डेटाबेस सर्च, डिजिटल रिसोर्स मैनेजमेंट और मल्टीमीडिया सामग्री के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही, यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. अभय कुमार सिंह ने पुस्तकालय प्रबंधन और रखरखाव के व्यावहारिक पहलुओं को साझा करते हुए छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर दिए।
इस भ्रमण में बबीता कुमारी, प्रीति, सुषमा, आकृति, काजल, पूजा, मनीषा, खुशबू, सविता, खुशी, नेहा, सुगंधा, रूपा, ललिता, प्रियंका, सोनाली, अनुपमा, छाया रानी समेत कई छात्राएं शामिल हुईं।
कॉलेज की पुस्तकालय प्रभारी डॉ. कृति सिंह आनंद ने बताया कि इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्राओं के सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुभव से जोड़ना था। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में तेजी से हो रहे बदलावों को नजदीक से समझने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर रहा।
छात्राओं ने इस अनुभव को अत्यंत रोमांचकारी और शिक्षाप्रद बताया। उन्होंने कहा कि उन्हें पहली बार इतने व्यवस्थित और तकनीकी रूप से उन्नत डिजिटल लाइब्रेरी को देखने और समझने का अवसर मिला। साथ ही, इस भ्रमण ने उन्हें यह भी सिखाया कि पुस्तकालय विज्ञान अब केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका विस्तार टेक्नोलॉजी, डेटा मैनेजमेंट और ई-रिसोर्स तक हो गया है।
प्रभारी प्रधानाचार्य प्रो. सहदेब बाउरी ने एनओयू के पुस्तकालय विभाग को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि यह भ्रमण छात्राओं के मानसिक, भावनात्मक और शैक्षणिक विकास में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने इसे भारत के शैक्षिक विरासत से वर्तमान तकनीकी बदलावों को जोड़ने वाला सेतु बताया।
कॉलेज की पीआरओ डॉ. रश्मि प्रियदर्शिनी ने बताया कि महाविद्यालय समय-समय पर इस तरह के शैक्षणिक परिभ्रमण का आयोजन करता रहा है। पहले भी कला, मानविकी और विज्ञान संकाय की छात्राएं बोधगया और शेरघाटी स्थित फ्लोरल डाइवर्सिटी पार्क का शैक्षणिक भ्रमण कर चुकी हैं। इसी कड़ी में BLIS की छात्राओं ने भी इस भ्रमण का भरपूर लाभ उठाया।