देवघर-जसीडीह-नवादा-गया होते हुए दौड़ाई (अजमेर) तक चलेगी नई एक्सप्रेस ट्रेन, धार्मिक पर्यटन और व्यवसाय को मिलेगा बढ़ावा
न्यूज डेस्क| रेलवे ने झारखंड और बिहार के लोगों को बड़ी सौगात दी है। अब नवादा, गया, देवघर, झाझा, किउल, जसीडीह जैसे प्रमुख स्टेशनों से राजस्थान के अजमेर जिले के दौड़ाई तक सीधी रेल सेवा की शुरुआत की जा रही है। गाड़ी संख्या 19603/19604 दौड़ाई-गोड्डा-दौड़ाई एक्सप्रेस का नियमित परिचालन 3 अगस्त से शुरू होगा। इस नई ट्रेन सेवा से झारखंड और बिहार के यात्रियों को धार्मिक नगरी अजमेर तक बिना किसी ट्रांसफर के सीधी सुविधा मिलेगी, वहीं गया और देवघर जैसे धार्मिक स्थलों तक भी पहुंच और अधिक सहज हो जाएगी।
इस ट्रेन का संचालन दौड़ाई से हर रविवार और गोड्डा से हर मंगलवार को किया जाएगा। ट्रेन देवघर-जसीडीह-झाझा-किउल-नवादा-गया-डीडीयू मार्ग से होकर गुजरेगी, जिससे नवादा और गया के यात्रियों को सीधे राजस्थान की ओर जाने का वैकल्पिक और सुविधाजनक साधन मिल जाएगा।
ट्रेन की संरचना में यात्रियों की सभी श्रेणियों का ध्यान रखा गया है। इसमें द्वितीय और तृतीय वातानुकूलित कोच, इकोनॉमी एसी कोच, शयनयान तथा साधारण श्रेणी के डिब्बे शामिल रहेंगे।
समय सारणी इस प्रकार होगी –
गाड़ी संख्या 19603 (दौड़ाई-गोड्डा एक्सप्रेस)
- हर रविवार को दौड़ाई से दोपहर 3:30 बजे प्रस्थान
- सोमवार को गया में दोपहर 1:55 बजे, नवादा में 3:13 बजे, देवघर में रात 7:55 बजे
- सोमवार रात 10:20 बजे गोड्डा पहुंचेगी
गाड़ी संख्या 19604 (गोड्डा-दौड़ाई एक्सप्रेस)
- हर मंगलवार को सुबह 5:00 बजे गोड्डा से प्रस्थान
- गया में दोपहर 1:20 बजे, नवादा में 10:13 बजे, देवघर में 6:18 बजे
- बुधवार को शाम 5:20 बजे दौड़ाई पहुंचेगी
धार्मिक और व्यावसायिक यात्रा को मिलेगा बढ़ावा
पूर्व मध्य रेल मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने बताया कि यह सेवा झारखंड और बिहार को राजस्थान जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से जोड़ने की दिशा में एक अहम कदम है। गया, देवघर और अजमेर सभी धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण शहर हैं, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसके अतिरिक्त, इस रूट पर सीधी ट्रेन चलने से छोटे व्यवसायियों, छात्रों, प्रवासी कामगारों और पर्यटकों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
इस नई ट्रेन सेवा से जहां एक ओर सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर यह आर्थिक गतिविधियों और व्यापार के विकास में भी सहायक सिद्ध होगी।