गया :बिहार के गयाजी में मंगलवार की देर रात एक भयावह हादसा सामने आया, जब शहर के कोचर पेट्रोल पंप के समीप स्थित सरकारी बस स्टैंड में अचानक आग लग गई। इस अग्निकांड में महारानी ट्रेवल्स की चार लग्जरी बसें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। आग इतनी विकराल थी कि आस-पास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हादसे में आर्थिक नुकसान का अनुमान एक करोड़ रुपये से भी अधिक लगाया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही गया फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। स्टेशन ऑफिसर के मुताबिक, रात करीब 1:45 बजे कंट्रोल रूम को आग की सूचना मिली। तत्परता दिखाते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना की गईं। आग पर पूरी तरह काबू पाने में टीम को लगभग पौने दो घंटे का समय लगा। सुबह 3:30 बजे तक आग पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया था।
मैनेजर और चश्मदीदों के बयान
महारानी बस स्टैंड के मैनेजर अजय कुमार ने बताया कि स्टैंड पर कुल छह बसें खड़ी थीं, जिनमें से चार जल गईं जबकि दो बसों को किसी तरह से बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि सभी बसें दूसरे राज्यों से आकर मंगलवार देर रात ही स्टैंड पर लगी थीं।
स्थानीय चश्मदीदों ने बताया कि संभवतः किसी व्यक्ति द्वारा जलती सिगरेट फेंके जाने से एक बस में आग लगी, जो तेज हवा के चलते फैलकर अन्य बसों तक पहुंच गई। हालांकि आग लगने के असली कारणों की जांच अभी जारी है।
फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। सर्वेयर की टीम द्वारा नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। अनुमान है कि बसों के जलने से करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपये की हानि हुई है।
फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। सर्वेयर की टीम द्वारा नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। अनुमान है कि बसों के जलने से करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपये की हानि हुई है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों में भय और असुरक्षा का माहौल है। उन्होंने मांग की है कि बस स्टैंड पर सुरक्षा उपायों को सख्त किया जाए और सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।