गया। जिला के कोठी थाना क्षेत्र में पुलिस वाहन में आग लगाने और सुरक्षाकर्मियों से मारपीट करने के मामले में कोठी गांव निवासी असगर अली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में 12 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने जानकारी दी कि घटना की जांच के दौरान असगर अली की संलिप्तता स्पष्ट होने पर उसे गिरफ्तार किया गया और न्यायिक प्रक्रिया के तहत कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा गया।
क्या है पुलिस का पक्ष
घटना के संबंध में एएसआई कृपाशंकर शुक्ला के बयान पर कोठी थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि 11 जुलाई को पुलिस टीम गश्ती पर निकली थी। इसी दौरान एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति बोरा लेकर आते दिखे। पुलिस को रोकते ही वे भागने लगे और एक बोरा फेंककर फरार हो गया। जब बोरे की जांच की गई, तो उसमें 50 लीटर अवैध शराब पाई गई।
पुलिस का कहना है कि जब्त शराब को लेकर भीड़ आक्रोशित हो गई और पुलिस वाहन से शराब निकालने के बाद पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। इसी दौरान भीड़ ने पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी, जिससे वाहन पूरी तरह जल गया। हमले में एएसआई और वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो गए।
क्या कहते हैं परिजन और ग्रामीण
वहीं दूसरी ओर, मृतक युवक देवबली चौधरी के परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने युवक को शराब के शक में पिस्टल लेकर दौड़ाया, जिससे डरकर वह भागने लगा और दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस का रवैया बेहद उग्र था और उन्होंने आम जनता के बीच आतंक जैसा माहौल बना दिया।
परिजनों का कहना है कि युवक ईंट-भट्ठा के पास खड़ा था, न कि किसी अपराध में लिप्त था। वे इस घटना को अनावश्यक दबिश और पुलिस की ज्यादती का परिणाम मानते हैं।
फिलहाल पुलिस ने एक गिरफ्तारी के साथ मामले की जांच तेज कर दी है और बाकी आरोपियों की पहचान की जा रही है।