नई दिल्ली। रेलवे में सफर करने वाले लाखों यात्रियों के लिए एक खुशखबरी है। अब टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेन ट्रैकिंग, शिकायत दर्ज कराने से लेकर स्टेशन पर कुली और टैक्सी बुकिंग तक – सारी सुविधाएं आपको अलग-अलग एप पर नहीं, बल्कि एक ही एप पर मिलेंगी। इसका नाम है – RailOne।
इस नये एप का शुभारंभ मंगलवार को केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में रेल सूचना प्रणाली केंद्र (CRIS) के 40वें स्थापना दिवस पर किया। इस मौके पर रेल मंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ ट्रेन चलाना नहीं, बल्कि हर यात्री को तकनीक के माध्यम से एक बेहतर अनुभव देना है।”
RailOne: एक एप, अनेक सुविधाएं

‘RailOne’ एप पूरी तरह से यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि अब आपको हर सुविधा के लिए अलग-अलग एप इंस्टॉल करने की ज़रूरत नहीं है। यह एक ऑल-इन-वन एप्लिकेशन है जो एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
इसमें शामिल हैं कई शानदार सुविधाएं:
- अनारक्षित और प्लेटफॉर्म टिकट पर 3% की छूट
- लाइव ट्रेन ट्रैकिंग – अब आप जान सकेंगे ट्रेन कहां है
- शिकायत दर्ज और समाधान का आसान तरीका
- ई-कैटरिंग, कुली बुकिंग और लास्ट माइल टैक्सी सेवा – अब स्टेशन से घर तक सुविधा
- सिंगल साइन-ऑन – एम-पिन या बायोमेट्रिक से लॉगिन करें
- मौजूदा Rail Connect और UTS एप की लॉगिन जानकारी से भी जुड़ सकता है
यह एप IRCTC द्वारा अधिकृत है और इसके ज़रिए की गई बुकिंग आईआरसीटीसी के प्लेटफॉर्म पर ही दर्ज होती है। यानी भरोसा और सुविधा – दोनों एक साथ।
अब आरक्षण प्रणाली भी होगी हाईटेक
रेल मंत्री ने बताया कि रेलवे की पुरानी पीआरएस (यात्री आरक्षण प्रणाली) को भी पूरी तरह से अपग्रेड किया जा रहा है, और दिसंबर 2025 तक एक नई, आधुनिक और बहुभाषी पीआरएस प्रणाली यात्रियों को मिलेगी।
इस नई प्रणाली की कुछ खूबियां:
- प्रति मिनट 1.5 लाख टिकटों की बुकिंग की क्षमता
- 40 लाख तक पूछताछ का जवाब देने में सक्षम
- सीट चुनने का विकल्प, टिकट दरों का कैलेंडर
- छात्रों, दिव्यांगजनों और मरीजों के लिए विशेष सुविधाएं
रेल मंत्री ने CRIS की टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह नया पीआरएस सिस्टम भारत के सबसे बड़े डिजिटल बुनियादी ढांचे में से एक होगा।
भारतीय रेल का नया चेहरा – तकनीक से जुड़ी, यात्रियों के लिए समर्पित
भारतीय रेलवे अब सिर्फ स्टेशनों और ट्रेनों तक सीमित नहीं रहा। यह हर यात्री के स्मार्टफोन तक पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ विजन के अनुरूप रेलवे ने RailOne एप के माध्यम से यह दिखा दिया है कि अब ट्रेन सिर्फ पटरी पर नहीं, तकनीक के रास्ते भी दौड़ रही है।