गया। लगातार हो रही बारिश ने गया शहर में एक बार फिर से आफत ला दी है। सोमवार देर रात करीब 3 बजे फल्गु नदी का जलस्तर अचानक इतना बढ़ गया कि सिक्सलेन पुल के नीचे डेरा जमाए खानाबदोश परिवार बाढ़ के पानी में घिर गए। तेज बहाव के बीच 21 लोगों में से 20 को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन एक डेढ़ साल का मासूम मिराज और उसके पिता जितेंद्र राठोर अब तक लापता हैं।
घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र की है। बताया गया कि ये खानाबदोश परिवार चार दिन पहले फल्गु नदी किनारे आकर बसे थे। सोमवार रात की तेज बारिश के बाद फल्गु का पानी तेजी से बढ़ा और पुल के नीचे सो रहे इन लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला।
स्थानीय लोगों ने दिखाई बहादुरी, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

चीख-पुकार सुनकर आसपास के मोहल्लों के लोग मौके पर पहुंचे और जान की परवाह किए बिना बाढ़ के पानी में कूद पड़े। कुछ लोगों को रस्सी से खींचकर पुल के ऊपर लाया गया, तो कुछ को बहाव के बीच से साहसी युवकों ने बाहर निकाला। स्थानीय युवाओं की मानवीय पहल और त्वरित प्रतिक्रिया ने कई जिंदगियों को मौत के मुंह से निकाल लाया।
स्थानीय युवक संतोष कुमार ने बताया, “रात में हमें सूचना मिली कि फल्गु पुल के नीचे कुछ लोग पानी में फंसे हैं। जब हम पहुंचे, तो वे नदी के बीच में फंसे हुए थे। तुरंत मोहल्ले के अन्य लोग भी पहुंचे और हमने मिलकर उन्हें बाहर निकाला।”
रात करीब 4 बजे शुरू हुआ रेस्क्यू अभियान सुबह साढ़े 7 बजे तक चला। इस दौरान मवेशियों को भी सुरक्षित निकाला गया।
SDRF की टीम मौके पर, अब भी लापता हैं मिराज और उसके पिता
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन भी हरकत में आया। SDRF की टीम ने बचाव कार्य में स्थानीय लोगों का साथ दिया और फंसे हुए परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। हालांकि, डेढ़ साल का मिराज और उसके पिता अब तक लापता हैं। SDRF और पुलिस की संयुक्त टीम दोनों की तलाश में जुटी है।
मुफस्सिल थाने के इंस्पेक्टर एसके द्विवेदी ने पुष्टि की कि “पुल के नीचे कुल 20 लोग थे। इनमें से 18 को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि दो लोग—एक मासूम बच्चा और उसका पिता—लापता हैं।”
इस आपात स्थिति के बावजूद स्थानीय प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी कुमार पंकज ने कहा, “अधिकतर लोगों को ग्रामीणों और SDRF की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया है। फिलहाल कितने लोग लापता हैं, इसकी जानकारी अपडेट नहीं हुई है। अपडेट मिलने पर साझा की जाएगी।”
प्रशासन के इस रवैये से सवाल उठते हैं कि जब घटनास्थल पर रेस्क्यू चल रहा था, तब जिम्मेदार अधिकारी पर्याप्त जानकारी से वाकिफ क्यों नहीं थे?
हल्की बारिश जारी, खतरा अभी बरकरार
घटना के बाद भी जिले में हल्की बारिश जारी है और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक सतर्क रहने की सलाह दी है। फल्गु और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।