गया। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में साइबर अपराध के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जहां पुलिस ने 36 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मिर्जा गालिब कॉलेज के पास स्थित तीन मंजिला भवन में चल रहे PAYNOL SOLUTIONS PRIVATE LIMITED नामक कॉल सेंटर पर की गई। इस कॉल सेंटर के जरिए आरोपियों ने लोन देने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर पूरे देश में ठगी का जाल फैलाया हुआ था।
कैसे हुआ पर्दाफाश?
साइबर थाना की डीएसपी साक्षी राय ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गया में एक बड़ा साइबर गिरोह सक्रिय है। एसएसपी के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें रामपुर थाना, साइबर थाना, और तकनीकी शाखा के अधिकारी शामिल थे। टीम ने मिर्जा गालिब कॉलेज के पास स्थित इस ठिकाने पर छापेमारी की और मौके पर मौजूद सभी कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया।
ठगी का तरीका
जांच में पता चला कि कंपनी के सीईओ निशांत कुमार (तेल बिगहा, गया निवासी) और मोहित कुमार (इमामबाड़ा, नवादा निवासी) अपने कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को लोन देने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।
- स्टाफ को कंपनी द्वारा मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए जाते थे।
- लोन देने के नाम पर कॉल कर लोगों से दस्तावेज मंगवाए जाते थे।
- इसके बाद उन्हें क्यूआर कोड भेजा जाता था, और पैसे मिलते ही नंबर बंद कर दिया जाता था।
- कॉल सेंटर के सभी स्टाफ एप्लिकेशन के माध्यम से ही कॉल करते थे ताकि उनके असली नंबर ट्रेस न हो सकें।
जांच में क्या मिला?
छापेमारी के दौरान पुलिस ने:
- 33 मोबाइल फोन,
- 3 लैपटॉप,
- और PAYNOL SOLUTIONS के कुछ अन्य दस्तावेज जब्त किए।
- जांच में पाया गया कि इनमें से 20 मोबाइल नंबरों पर पूरे भारत में साइबर ठगी की 36 शिकायतें दर्ज हैं।
गिरफ्तार आरोपियों का खुलासा
गिरफ्तार कर्मियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें यह पता नहीं था कि वे ठगी में शामिल हैं। उन्हें कंपनी द्वारा ट्रेनिंग दी जाती थी और ठगी की प्रक्रिया को एक सामान्य काम के रूप में पेश किया जाता था। गिरफ्तार कर्मियों में कई युवतियां भी शामिल हैं। तीन युवतियों की अगले 15 दिनों में शादी होने वाली थी, जिससे उनके परिजन सदमे में हैं। कोर्ट परिसर में मौजूद परिजनों ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया।
कंपनी का बैंक खाता भी संदिग्ध
जांच में पता चला कि PAYNOL SOLUTIONS का खाता YES Bank में है (खाता संख्या 069463400000)। इस खाते पर भी साइबर क्राइम पोर्टल पर दो शिकायतें पहले से दर्ज हैं।
आगे की कार्रवाई
साइबर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य नेटवर्क की पड़ताल कर रही है। ठगी के अन्य मामलों की जांच कर रही है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।