गया। जिले की पुलिस ने वाहन चोरी और फर्जीवाड़े के बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आमस थाना क्षेत्र स्थित बाबा मोटर्स से 28 भारी वाहन जब्त किए हैं। जांच में सामने आया है कि इन वाहनों के इंजन और चेचिस नंबर में हेराफेरी कर उन्हें अवैध रूप से बाजार में बेचा जा रहा था। मामले की पुष्टि अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शैलेन्द्र सिंह ने की है।
एएसपी ने बताया कि यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देश पर की गई। गुप्त सूचना के आधार पर 2 जून को एनएच-02 पर अकोना मोड़ स्थित बाबा मोटर्स के यार्ड और हमजापुर स्थित उनके वर्कशॉप पर एक साथ छापेमारी की गई। यार्ड से 26 और वर्कशॉप से 2 वाहनों को जब्त किया गया।
पुलिस के अनुसार जब संचालक से जब्त वाहनों के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, तो उसने टालमटोल करते हुए मोबाइल बंद कर लिया और मौके से फरार हो गया। नोटिस दिए जाने के बावजूद अब तक किसी भी वाहन के वैध कागजात उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
जिला परिवहन पदाधिकारी और टाटा मोटर्स के अधिकृत सेवा केंद्र की मदद से जब्त वाहनों की तकनीकी जांच कराई गई। ECM टेस्ट में सामने आया कि आठ वाहनों में इंजन और चेचिस नंबर जानबूझकर बदले गए थे—एक वाहन का इंजन किसी अन्य वाहन के चेचिस में लगाया गया था। शेष वाहनों को लेकर भी संदेह बना हुआ है, जिनकी जांच जारी है।
फरार संचालकों के विरुद्ध आमस थाना में कांड संख्या 178/25 के तहत गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त, झारखंड के झीकापानी थाना में भी बाबा मोटर्स संचालकों पर वर्ष 2024 में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।
पुलिस की टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। वाहन चोर गिरोह के इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश भी जारी है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय हो सकता है।