
गया जिले में सरकारी कार्यालयों की कार्यशैली को लेकर चल रही शिकायतों के बीच मंगलवार को गया डीएम शशांक शुभंकर ने जब सुबह 10:30 बजे सदर प्रखंड कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, तो अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही खुलकर सामने आ गई।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने सबसे पहले उपस्थिति पंजी की जांच की, जहां कई महत्वपूर्ण विभागों के कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए। मौके पर अंचलाधिकारी नगर मौजूद थे, लेकिन राजस्व विभाग के कई कर्मी अनुपस्थित मिले। इनमें प्रधान लिपिक रीता कुमारी, उच्च लिपिक श्याम दास, निम्न लिपिक शिव शंकर दास, मंजीत कुमार, उर्दू अनुवादक रामदास अहमद, रानू गुप्ता, सौरव कुमार, श्वेता कुमारी, नवीन कुमार, प्रणव अली अमीन समेत दो परिचारी भी शामिल थे।
आरटीपीएस काउंटर पर जनता से सीधा संवाद

डीएम ने आरटीपीएस काउंटर का भी जायजा लिया और वहां मौजूद नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आवेदन प्रक्रिया से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियां कार्यालय परिसर में स्पष्ट रूप से चस्पा की जाएं, ताकि आम लोगों को जानकारी प्राप्त करने में परेशानी न हो।
अन्य विभागों की भी खुली पोल
निरीक्षण केवल प्रखंड कार्यालय तक सीमित नहीं रहा। डीएम ने बाल विकास परियोजना कार्यालय, प्रखंड कृषि कार्यालय, सांख्यिकी शाखा और मनरेगा कार्यालय का भी निरीक्षण किया। इन कार्यालयों में भी सीडीपीओ, कृषि पदाधिकारी, सांख्यिकी अधिकारी और मनरेगा अभियंता समेत कई अधिकारी ड्यूटी से नदारद पाए गए।
कार्रवाई के सख्त निर्देश
डीएम ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है और अगले आदेश तक उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया है। साथ ही, उन्होंने अंचलाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी राजस्व कर्मियों की रोस्टर तालिका सार्वजनिक रूप से नोटिस बोर्ड पर लगाई जाए और उनका कार्यालय में समय पर उपस्थित रहना सुनिश्चित किया जाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने लगभग ढाई घंटे तक कार्यालय में मौजूद रहकर न केवल अधिकारियों की उपस्थिति की जांच की, बल्कि जनता की शिकायतें भी सुनीं, जिनमें अधिकतर शिकायतें हल्का कर्मचारी और अन्य कर्मियों की अनुपलब्धता से जुड़ी थीं।
डीएम का सख्त संदेश: “अब लापरवाही नहीं चलेगी”
डीएम शशांक शुभंकर ने साफ शब्दों में कहा कि कार्यालय समय का सख्ती से पालन अनिवार्य है और जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने चेताया कि आगे किसी भी तरह की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस औचक निरीक्षण के दौरान डीपीआरओ और बीडीओ नगर भी मौजूद रहे। डीएम की इस कड़ी कार्रवाई से पूरे अंचल कार्यालय से लेकर मुख्य बाजार तक हड़कंप मच गया है।