गया। शेरघाटी एएसपी कार्यालय में तैनात रीडर विक्रम कुमार को गया एसएसपी ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई शेरघाटी के एएसपी शैलेन्द्र सिंह द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन के आधार पर की गई। आरोप है कि विक्रम कुमार एएसपी के नाम का दुरुपयोग करते हुए लोगों से पैसे वसूलता था और उन्हें केस से नाम हटवाने या केस हल्का करवाने का झांसा देता था।
मामले का खुलासा तब हुआ जब गुरुआ प्रखंड के पकरी पंचायत के मुखिया सक्सेना पासवान ने रीडर विक्रम कुमार के खिलाफ शेरघाटी एएसपी को एक लिखित शिकायत सौंपी। उन्होंने आरोप लगाया कि विक्रम ने सुपरविजन के दौरान नाम हटाने के नाम पर ₹20,000 की मांग की थी। शिकायत की जांच कराई गई, जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से विक्रम कुमार को निलंबित कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, विक्रम कुमार की संलिप्तता केवल एक ही मामले तक सीमित नहीं है। अब तक कई अन्य मामलों में भी उसके द्वारा लोगों से पैसे वसूलने की बात सामने आ रही है। शेरघाटी एएसपी शैलेन्द्र सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कराई और अब इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जा रही है।
एएसपी ने अपील की है कि जिन-जिन लोगों से विक्रम कुमार ने पैसे वसूले हैं, वे सामने आकर एसडीपीओ कार्यालय में अपनी जानकारी दें, ताकि आरोपी के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जा सके।
वहीं, इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। वरिष्ठ अधिकारियों की तत्परता और सख्ती ने यह साफ संकेत दे दिया है कि गया पुलिस भ्रष्टाचार के खिलाफ अब किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगी। एसएसपी का यह कदम न केवल विभाग में पारदर्शिता लाने की दिशा में अहम है, बल्कि इससे आम जनता का पुलिस प्रशासन पर विश्वास भी मजबूत होगा।