थाने से चंद कदम की दूरी, फिर भी अपराधियों का राज; पुलिस के दावों पर उठे सवाल
गया। “मानपुर… जहाँ कानून की ताकत खोखली नजर आती है और अपराधियों के हौसले आसमान छूते हैं। रविवार रात का समय। मुफस्सिल थाना से महज 250 मीटर की दूरी। एक पेट्रोल पंप, और बेखौफ बदमाश। पहले पेट्रोल लिया, फिर बहस की, और जब बात नहीं बनी, तो ताबड़तोड़ फायरिंग।
इन गोलियों का निशाना बने पेट्रोल पंप मालिक के भतीजे कुंदन सिंह। सिर्फ 30 साल के कुंदन ने अपनी जान देकर विरोध की कीमत चुकाई। लेकिन… अपराधी आराम से फरार हो गए।
किसने रोकी कुंदन की सांसें?
रात के करीब 9:30 बजे। बाइक पर सवार बदमाश पेट्रोल भरवाने पहुंचे। बहानेबाजी और गाली-गलौज के बीच विवाद बढ़ा। पंप के स्टाफ को बचाने पहुंचे कुंदन सिंह। लेकिन तभी बदमाशों ने अपने साथियों को बुलाया और गोलियां बरसा दीं।
पुलिस पर उठे सवाल
थाना पास में, फिर भी अपराधियों के दुस्साहस के सामने पुलिस नाकाम। थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद का कहना है, जख्मी कुंदन को मगध मेडिकल भेजा गया, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।’ अब छापेमारी हो रही है। लेकिन सवाल ये है कि थाने के पास ही ऐसी घटना कैसे हो गई?
डर और दहशत का माहौल
मानपुर की सड़कों पर सन्नाटा। लोग सहमे हुए हैं। इस इलाके में हमेशा चहल-पहल रहती थी। अब हर किसी के मन में एक ही सवाल है—क्या वो अगला कुंदन होगा?
प्रशासन पर जनता का गुस्सा
इलाके के लोग पुलिस की गश्ती पर सवाल उठा रहे हैं। बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग जोर पकड़ रही है। लेकिन प्रशासन के पास सिर्फ वही पुराने बयान—’जांच जारी है।’