बेलागंज की रैली में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने पुराने तेवर और अंदाज में भाजपा पर तीखा हमला बोला। लंबे समय बाद मंच से जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “इस बार भाजपा को मूली की तरह उखाड़ कर फेंकना है।” लालू ने अपने चिर-परिचित अंदाज में एक लोकगीत की पंक्ति गाकर कहा, “लागल लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता घुमा द,” और भाजपा व प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया। उनका संदेश था कि भाजपा को अब बिहार की धरती से उखाड़ कर बाहर कर देना है।
लालू के इस जोशीले अंदाज ने समर्थकों में नया जोश भर दिया। उनके भाषण के दौरान रैली में ठहाके और तालियों की गूंज सुनाई दी। हालांकि, बीच में उन्हें खांसी भी आई, पर उन्होंने अपनी बात रोकने की बजाय और जोश से जनता को राजद प्रत्याशी को जिताने की अपील जारी रखी। लालू ने अपने स्वास्थ्य का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह सक्रिय थे, तब भाजपा को बिहार में टिकने नहीं दिया। उन्होंने जनता को भी यही संकल्प लेने को कहा।
लालू का यह भाषण उनके समर्थकों के लिए एक प्रेरणास्रोत था। उनके अंदाज में वही पुराना जोश और लोक-गीतों की ताजगी थी, जिसने समर्थकों में ऊर्जा का संचार किया। लालू ने इस बार फिर से अपने चिर-परिचित अंदाज में यह जता दिया कि बिहार की राजनीति में उनका अब भी वही पुराना प्रभाव कायम है।