गया जिले में अपराध और नक्सल गतिविधियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। मुफस्सिल थाना पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की संयुक्त कार्रवाई में दो कुख्यात फरार अपराधियों को दबोच लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में 50 हजार रुपये का इनामी अपराधी राजेश चौधरी उर्फ भोला चौधरी और नौ वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली संजय तिवारी शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों से गहन पूछताछ जारी है और इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है।
एएसपी अनवर जावेद अंसारी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर वजरीगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें मुफस्सिल थाना और STF के अधिकारी शामिल थे। टीम को गुप्त सूचना मिली कि इनामी अपराधी राजेश चौधरी बोधगया थाना क्षेत्र में छिपा है। सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसकी पहचान सलेमपुर गांव, मुफस्सिल थाना, जिला गया निवासी राजेश चौधरी उर्फ भोला चौधरी के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, राजेश चौधरी फरवरी 2023 में एक हत्या कांड में शामिल था, जिसमें घर के बाहर खड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि चार ने अदालत में आत्मसमर्पण किया था। राजेश घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था।

इसी अभियान के दौरान पुलिस को दूसरी बड़ी सफलता तब मिली जब सूचना मिली कि वांछित नक्सली संजय तिवारी अरवल जिले के किंजर थाना क्षेत्र में मौजूद है। STF और अरवल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में संजय तिवारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। वह कुर्था थाना क्षेत्र के बड़का पोलडीह गांव का निवासी है।
संजय तिवारी पर वर्ष 2016 में रेलवे पुल निर्माण कार्य में बाधा डालते हुए लेवी मांगने और निर्माण मशीनों में आगजनी करने का गंभीर आरोप है। उस पर UAPA और CLA एक्ट सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा भी कुर्था थाना क्षेत्र में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले लंबित हैं।