गया। गया जिले में अपराध पर नकेल कसते हुए पुलिस ने एक बड़ी लूट की साजिश को नाकाम कर दिया है। वजीरगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनील पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लूट की योजना बना रहे तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो देशी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, तीन मोबाइल फोन और दो मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं।
डीएसपी सुनील पांडेय ने बताया कि दिनांक 2 जून 2025 को पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ अपराधकर्मी शहरी क्षेत्र के किसी बैंक या ज्वेलरी शॉप में लूट की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के सत्यापन एवं कार्रवाई के लिए नगर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में और उनके नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया। इस टीम में मुफस्सिल थाना, तकनीकी शाखा और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
सूचना के आधार पर जब टीम ने छानबीन शुरू की, तो पता चला कि अपराधी सीताकुंड फोरलेन पुल के पास एकत्र हुए हैं। टीम के वहाँ पहुँचते ही कुछ लोग भागने लगे, लेकिन तत्परता दिखाते हुए दो लोगों को दो मोटरसाइकिलों के साथ मौके से दबोच लिया गया।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान मनीष कुमार (पिता स्व. कमलेश पासवान) और नवीन कुमार (पिता उदय प्रसाद), दोनों निवासी नवडीहा खुर्द, थाना वजीरगंज, गया के रूप में हुई। इनकी निशानदेही पर तीसरे आरोपी चंदन कुमार (पिता विजय कुमार), निवासी कजूर, थाना अतरी, गया को कचहरी के पास से गिरफ्तार किया गया।
तलाशी के दौरान बरामदगी में शामिल हैं:
- मनीष कुमार की पल्सर बाइक से – 01 देशी कट्टा, 02 जिंदा कारतूस
- नवीन कुमार की स्प्लेंडर बाइक से – 01 देशी कट्टा, 01 जिंदा कारतूस
- तीनों के पास से – 03 मोबाइल फोन
तीनों आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे गया में कुछ दिनों से रेकी कर रहे थे और एक संगठित तरीके से लूट को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।
इस मामले में मुफस्सिल थाना कांड संख्या 527/25, दिनांक 02.06.2025 के अंतर्गत धारा 310(4)/310(5) भा.दं.वि. तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-b)a/26/35 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
अपराधिक इतिहास भी रहा है लंबा
मनीष कुमार के खिलाफ गया जिले के वजीरगंज, चन्दौती और बुनियादगंज थानों में डकैती, चोरी, मारपीट, 392 जैसी कई संगीन धाराओं में कुल 8 मामले दर्ज हैं।
वहीं, चंदन कुमार के खिलाफ वजीरगंज और बोधगया थाना क्षेत्रों में धोखाधड़ी, दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा और लूट के मामले दर्ज हैं।