गया। गहलौर थाना क्षेत्र के करजनी गांव में 21 अप्रैल को घटित एक दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया है। आरोप है कि 24 वर्षीय मेनिका देवी की हत्या उसके ससुरालवालों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर कर दी। हत्या के बाद शव को गांव के बाहर खेत में जलाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई, लेकिन इसी दौरान ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और अधजला शव बरामद कर लिया।
शव पूरी तरह से नहीं जल पाया था, जिससे पोस्टमार्टम संभव नहीं हो सका। अब पुलिस शव के अवशेष का डीएनए परीक्षण कराने की प्रक्रिया में जुटी है। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार को जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डीएनए जांच के बाद ही अवशेष परिजनों को सौंपे जाएंगे, जिससे वे अंतिम संस्कार और दशकर्म जैसी धार्मिक क्रियाएं पूरी कर सकें।
चार वर्षीय मासूम भी लापता
इस दर्दनाक घटना के बाद मृतका की चार साल की बेटी अर्शिका भी लापता है। परिजनों का आरोप है कि हत्या के रहस्य को छिपाने की नीयत से बच्ची को गायब कर दिया गया है। वे प्रशासन से बच्ची की तत्काल बरामदगी की मांग कर रहे हैं।
शादी के बाद से ही दहेज का दबाव
मृतका के पिता विनोद सिंह के अनुसार, शादी के बाद से ही बुलेट मोटरसाइकिल और नकद पैसों की मांग की जा रही थी। जब उन्होंने इनकार किया तो मेनिका को लगातार प्रताड़ित किया गया और अंततः उसकी जान ले ली गई।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया

मगध मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. केके सिन्हा ने बताया कि कोर्ट के निर्देश के अनुसार ही मेडिकल टीम कार्रवाई करती है। आदेश मिलते ही आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं गहलौर थानाध्यक्ष रेखा ने बताया कि डीएनए जांच की अनुमति शुक्रवार को मिल गई है और अब मेडिकल कॉलेज में जांच प्रक्रिया चल रही है।
न्याय की आस में भटकते परिजन
21 अप्रैल को हुई इस भयावह घटना के बाद मृतका के परिजन लगातार न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वे हर दिन थाने और अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। उनकी उम्मीदें अब डीएनए जांच रिपोर्ट और बच्ची की बरामदगी पर टिकी हैं।