गया और औरंगाबाद जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इलाके में सक्रिय चार कुख्यात नक्सलियों को धर-दबोचा है। ये वही चेहरे हैं, जो गांवों में दहशत का माहौल बना रहे थे – कभी रंगदारी तो कभी धमकी देकर विकास कार्यों को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
इस पूरे ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रामानन्द कौशल ने बताया कि पुलिस ने इन अपराधियों के खिलाफ पहले से दर्ज 10 मामलों की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम बनाई थी। टीम ने लगातार मेहनत की — दिन हो या रात, शहर हो या जंगल — हर सुराग को खंगाला।
इसी कड़ी में पुलिस को पक्की जानकारी मिली कि कुख्यात नक्सली राहुल कुमार सलैया थाना क्षेत्र में छिपा है। रातोंरात घेराबंदी की गई, और राहुल को पकड़ लिया गया। उसके पास से पांच कीपैड मोबाइल, एक एंड्रॉयड फोन, दो पोकलेन मशीन की चाभी और तीन धमकी भरे पर्चे मिले।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। राहुल की निशानदेही पर देव थाना क्षेत्र से सोनू कुमार और नीतीश कुमार नामक दो और नक्सलियों को पकड़ा गया। साथ ही गुरुआ थाना क्षेत्र के महादेव स्थान से एक और आरोपी अनोज कुमार को गिरफ्तार किया गया। सभी के पास से एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
एएसपी ने बताया कि ये चारों नक्सली हाल ही में गुरुआ के पंचायत भवन निर्माण स्थल पर रंगदारी मांगने और मजदूरों के साथ मारपीट करने जैसी गंभीर घटनाओं में शामिल थे। इस मामले की एफआईआर गुरुआ थाना में कांड संख्या 232/25 के तहत दर्ज है। इन पर यूएपीए (UAPA) और आर्म्स एक्ट जैसे कड़े कानूनों के तहत भी मामले दर्ज हैं।
पुलिस की यह कार्रवाई सिर्फ गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि उन सैकड़ों मेहनतकश मजदूरों, मुंशियों और आम लोगों की सुरक्षा की दिशा में एक बड़ी उम्मीद भी है, जो रोज़ी-रोटी के लिए काम पर निकलते हैं और डर के साए में जीते हैं।