फतेहपुर थाना क्षेत्र के चरोखरी गांव से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मां, जो अपने मानसिक रूप से अस्वस्थ बेटे के इलाज के लिए महीनों से अस्पताल और दरगाहों के चक्कर काट रही थी, जब अपने घर लौटी तो वहां ताले टूटे पड़े थे, सामान बिखरा था और वर्षों की मेहनत से जोड़ी पूंजी गायब थी।

पीड़िता आयशा खातून, पति मो. सगीर, ने बताया कि वे अपने बेटे के इलाज के लिए कभी डॉक्टर के पास तो कभी मजारों पर आशा लेकर भटक रही थीं। इस दौरान उनका घर बंद पड़ा था। शनिवार की शाम अचानक एक पड़ोसी महिला का फोन आया कि उनके घर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ है। घबराहट में उन्होंने अपने एक नजदीकी रिश्तेदार को मौके पर भेजा, जिसने यह पुष्टि की कि घर में चोरी हो गई है।

घर लौटने पर उन्होंने जो मंजर देखा, वह किसी बुरे सपने से कम नहीं था। घर के सारे बक्से और पेटियों के ताले टूटे पड़े थे। सामान बिखरा हुआ था और कीमती वस्तुएं गायब थीं। चोर घर में रखे गहने, बर्तन, जमीन से संबंधित दस्तावेज एवं बेटे की इंटर और मैट्रिक के सर्टिफिकेट तक ले उड़े। चोरी गई संपत्ति की अनुमानित कीमत करीब तीन लाख रुपये बताई जा रही है।
आयशा खातून ने बेहद दुखी मन से बताया कि कुछ साल पहले उन्होंने अपनी बेटी की शादी कराई थी, लेकिन बेटी के पास खुद का घर नहीं होने के कारण उसके शादी के कीमती गहने और घरेलू सामान उन्होंने अपने घर में सुरक्षित रख छोड़े थे। दुर्भाग्य से चोरों ने उन गहनों को भी नहीं बख्शा।

इस घटना ने पहले से ही परेशान परिवार को और गहरे संकट में डाल दिया है। बेटे के इलाज का बोझ और अब घर की पूरी जमा-पूंजी का लुट जाना — यह दर्द शब्दों में बयान करना आसान नहीं है।
घटना की जानकारी मिलते ही फतेहपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंचे एसआई अंबुज कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और कहा कि मामले की जांच जा रही है।