गया। गया-कोडरमा रेलखंड पर रविवार देर शाम एक बड़ा हादसा टल गया, जब जम्मू जा रही जम्मू-तवी एक्सप्रेस के एक स्लीपर कोच में अचानक आग लग गई। यह घटना टनकुप्पा और पहाड़पुर स्टेशन के बीच हुई। ट्रेन जैसे ही टनकुप्पा स्टेशन के पास पहुंची, कोच के नीचे से धुआं उठता देख रेलकर्मी तुरंत हरकत में आ गए और आग पर काबू पा लिया गया। गनीमत रही कि समय रहते खतरे को टाल दिया गया, वरना स्थिति बेहद भयावह हो सकती थी।
ब्रेक बाइंडिंग से उठी चिंगारी, फिर लगी आग
रेलवे सूत्रों के अनुसार, ट्रेन के स्लीपर कोच एस-1 में ब्रेक बाइंडिंग के कारण तेज घर्षण हुआ, जिससे चिंगारी उठी और देखते ही देखते कोच के नीचे आग लग गई। घटना उस समय हुई जब ट्रेन टनकुप्पा स्टेशन पर खड़ी थी। स्टेशन मास्टर राहुल रंजन ने बताया कि ट्रेन को शाम 8:09 बजे अप लूप लाइन में रोका गया था ताकि वंदे भारत एक्सप्रेस को पास दिया जा सके। उसी दौरान कोच से धुआं उठता दिखाई दिया।
त्वरित कार्रवाई से बची जान-माल की हानि
टनकुप्पा स्टेशन प्रबंधक लाल बहादुर पासवान ने जब धुएं की लपटें देखीं, तो उन्होंने तुरंत अग्निशमन यंत्रों, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और अन्य कर्मचारियों की मदद से आग बुझाने की कोशिश शुरू की। कोच में बैठे यात्रियों को फौरन बाहर निकाला गया और सुरक्षित रूप से दूसरी बोगी में शिफ्ट किया गया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।
यात्रियों में मचा हड़कंप, राहत की बात—कोई हताहत नहीं
घटना के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया और अफरातफरी का माहौल बन गया। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी यात्री को चोट नहीं आई और सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। ट्रेन कुछ समय तक टनकुप्पा स्टेशन पर रुकी रही, उसके बाद स्थिति सामान्य होते ही गंतव्य की ओर रवाना कर दी गई।
सुरक्षा के तहत कोच को खाली भेजा गया, जांच के आदेश
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आग लगे कोच को गया स्टेशन तक खाली भेजा गया। रेलवे की तकनीकी टीम इस बोगी की गहन जांच करेगी। वहीं बाकी कोचों को निरीक्षण के बाद आगे रवाना किया गया। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है और अगर लापरवाही पाई गई, तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
गनीमत रही—ट्रेन उस वक्त रुकी हुई थी
रेल कर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर ट्रेन चलती हालत में होती, तो यह हादसा ‘बर्निंग ट्रेन’ जैसी भयावह स्थिति में बदल सकता था। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी।