गया। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक रामकुंड तालाब में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। नशे की लत से जूझ रहे एक दिव्यांग युवक ने तालाब में गिरे सुलेशन को निकालने के प्रयास में छलांग लगा दी, लेकिन तैरना नहीं जानने के कारण डूब गया। देर शाम तक युवक का शव तालाब से नहीं निकाला जा सका था और SDRF टीम के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा था।
मृतक की पहचान वारिस नगर मोहल्ला निवासी सोनू के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार सोनू कबाड़ चुनने-बीनने का काम करता था और लंबे समय से सुलेशन का आदी था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रविवार को लगभग चार बजे किसी ने उसके हाथ से सुलेशन की शीशी छीनकर रामकुंड तालाब में फेंक दी। नशे की तलब में वह उसे निकालने के लिए तालाब में कूद गया, लेकिन गहरे पानी में डूबने लगा।

घटना के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय तैराकों ने युवक को बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना प्रभारी धनंजय सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शव को निकालने के लिए SDRF की टीम को बुलाया गया है, लेकिन खबर लिखे जाने तक टीम नहीं पहुंच सकी थी। खराब मौसम और अंधेरा बढ़ने के चलते रेस्क्यू कार्य में कठिनाई आ रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना के करीब चार घंटे बाद भी युवक का शव तालाब से नहीं निकाला जा सका था। तालाब किनारे बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे, जो शव मिलने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ कर घटना के संबंध में जानकारी जुटाई है। कोतवाली पुलिस ने शव बरामदगी के बाद आगे की कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
बताया जाता है कि मृतक के माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका था और उसके भाईयों से भी कोई संपर्क नहीं था। घटना स्थल पर परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंच सका। फिलहाल इलाके में माहौल गमगीन बना हुआ है।