गया। केंद्र और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को समाहरणालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। “नौकरी दो या सत्ता छोड़ो” के नारे गूंजते रहे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों पर तीखा प्रहार किया।
प्रदर्शन की शुरुआत कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम से हुई, जहां कार्यकर्ताओं ने रैली की शक्ल में समाहरणालय की ओर कूच किया। समाहरणालय गेट के पास पहुंचकर उन्होंने धरना दिया और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई।
सभा में उठे प्रमुख मुद्दे
प्रदर्शन से पहले कांग्रेस कार्यालय में एक सभा आयोजित हुई, जिसमें राजस्थान युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पुनिया और झारखंड के बड़कागांव से विधायक अम्बा प्रसाद ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। नेताओं ने बेरोजगारी, महंगाई, और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर खतरे जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
अभिमन्यु पुनिया ने कहा, “देश में रोजगार का संकट विकराल रूप ले चुका है। संविधान से लगातार छेड़छाड़ हो रही है और सरकार विकास के नाम पर महज भ्रम फैला रही है।” वहीं विधायक अम्बा ने कहा, “कांग्रेस का यह आंदोलन जनता की आवाज है, जिसे कोई भी सत्ता नहीं दबा सकती।”
गेट तोड़ने की कोशिश, गिरफ्तारी की पेशकश

सभा के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय गेट पर जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने जबरन गेट खोलने की भी कोशिश की। मौके पर पहले से ही पुलिस बल तैनात था। एसडीएम किसलय श्रीवास्तव ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे।
स्थिति को देखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वेच्छा से गिरफ्तारी देने की घोषणा की। करीब 50 से अधिक कार्यकर्ता पुलिस वाहन पर चढ़ गए और खुद को गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने सभी को सिविल लाइंस थाना ले जाकर पीआर बांड पर छोड़ दिया। प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसे जनता की आवाज बताया और कहा कि यह आंदोलन सिर्फ शुरुआत है। वे आने वाले समय में और भी व्यापक अभियान चलाएंगे।
यह प्रदर्शन गया जिला में कांग्रेस की सक्रियता और सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता के बीच संवाद कायम करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।