फतेहपुर। गया-कोडरमा रेलखंड पर स्थित डुमरीचट्टी रेलवे पुल के नीचे अंडरपास या पक्की सड़क निर्माण की वर्षों पुरानी मांग अब जनआंदोलन का रूप ले चुकी है। रविवार को फतेहपुर प्रखंड के धरहराकलां पंचायत स्थित कालका मंदिर परिसर में इसी मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मुखिया प्रत्याशी रह चुके संतोष शर्मा ने की। बैठक में नौडीहा झुरांग, जयपुर, धरहराकलां सहित दर्जनों पंचायतों से सैकड़ों ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

संतोष शर्मा ने कहा, “इस बैठक का उद्देश्य केवल एक है—रेलवे लाइन के दक्षिणी हिस्से में रहने वाली हजारों आबादी को फतेहपुर से जोड़ने के लिए एक सुरक्षित और स्थायी रास्ता मिले। वर्तमान में जो कच्ची सड़क रेलवे पुल के नीचे बनी है, वह दुर्घटनाओं का अड्डा बन चुकी है। इसी समस्या को लेकर हमने केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा, जिस पर उन्होंने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।”
इस मौके पर भाजपा प्रखंड अध्यक्ष संजय सिंह ने भी केंद्रीय मंत्री को अलग से ज्ञापन सौंपा और कहा कि “यह सिर्फ एक विकास कार्य नहीं, जनसुरक्षा से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील विषय है। इसमें जल्द समाधान जरूरी है।”
पूर्व मुखिया प्रतिनिधि रविंद्र यादव ने कहा कि रेलवे लाइन पर क्रॉसिंग या अंडरपास की अनुपस्थिति के कारण स्थानीय लोग वर्षों से जान जोखिम में डालकर आना-जाना कर रहे हैं। आये दिन दुर्घटनाएं होती हैं, जिसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम सब मिलकर एकजुट हुए हैं और यह लड़ाई अब रुकने वाली नहीं है।
युवा सामाजिक कार्यकर्ता छोटू यादव ने कहा,
बरसात के दिनों में रेलवे पुल के नीचे से गुजरना लोगों के लिए रोज़ाना खतरा उठाने जैसा हो गया है। फिसलन और कीचड़ से भरी सड़क पर कई बार एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती। अब क्षेत्र की जनता केवल आश्वासन नहीं, ठोस कार्रवाई चाहती है।
बैठक में यह भी उल्लेख किया गया कि फतेहपुर प्रखंड प्रमुख अनिता देवी ने आज से सात महीने पूर्व ही केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी को लिखित आवेदन सौंपकर इस मार्ग की दयनीय स्थिति और आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं की जानकारी दी थी। उन्होंने पुल के नीचे अंडरपास निर्माण की तत्काल आवश्यकता बताई थी।
आपको बता दें इस मुद्दे पर पहले भी कई बार जनता और प्रतिनिधि गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। अब जनता यह सवाल उठा रही है कि क्या इस बार भी बात केवल कागज़ों तक सीमित रहेगी या ज़मीन पर भी बदलाव नजर आएगा? जनता की निगाहें अब सांसद और केंद्रीय मंत्री पर टिकी है। अब देखना होगा कि क्या केवल आश्वासन मिलेगा या वास्तव में डुमरीचट्टी पुल के नीचे सुरक्षित अंडरपास और पक्की सड़क का निर्माण होगा?
इस बैठक में धरहरा कलां पंचायत के पूर्व पंचायत समिति महताब आलम, वार्ड सदस्य अवकाश कुमार , 20 सूत्री सदस्य मीनू आलम, 20 सूत्री सदस्य राजू चौधरी, सामाजिक कार्यकता गुड्डू साव, धीरेन्द्र कुमार, भोलू अंसारी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।