गया। बिहार-झारखंड सीमा पर सक्रिय अपराध की दुनिया का एक बड़ा चेहरा आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गया। शेरघाटी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत 50 हजार रुपये का इनामी कुख्यात अपराधी सदाब खान उर्फ लालु खान को STF और गया पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। उसके साथ एक अन्य आरोपी वजुद्दीन खान को भी पकड़ा गया है। दोनों झारखंड के चतरा जिला अंतर्गत प्रतापपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
गिरफ्तारी के समय इनके पास से देशी पिस्टल, देशी कट्टा, 11 जिंदा कारतूस, वाई-फाई डिवाइस, दो मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। इनके खिलाफ आमस थाना में कांड संख्या 222/25 के तहत आर्म्स एक्ट की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशानुसार जिले में सक्रिय कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापेमारी की जा रही है। इसी क्रम में गठित विशेष टीम को सूचना मिली कि सदाब खान, जो कई मामलों में वांछित है, डेल्हो रोड होते हुए मदनपुर (औरंगाबाद) की ओर जा रहा है।
सूचना की पुष्टि होते ही टीम ने रास्ते में सघन वाहन जांच अभियान शुरू किया। इसी दौरान एक बाइक पर सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे, जिन्हें तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने पीछा कर दबोच लिया।
पूछताछ में उनकी पहचान सदाब खान उर्फ लालु खान (साकिन पथरा) और वजुद्दीन खान (साकिन जोलबिगहा) के रूप में हुई। दोनों झारखंड के चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
शेरघाटी कोर्ट फायरिंग कांड में शामिल
डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी सदाब खान उर्फ लालु खान की संलिप्तता शेरघाटी कोर्ट परिसर में 24 जुलाई 2024 को हुए फायरिंग कांड में पाई गई है। उस दिन पेशी के लिए लाए गए कैदी फोटो खान की हत्या की साजिश रची गई थी। अपराधियों ने अदालत परिसर में गोलीबारी की थी, हालांकि पुलिस की तत्परता से एक अपराधी को मौके पर ही पकड़ लिया गया था। जांच के दौरान सदाब खान का नाम सामने आया, जो घटना के बाद से फरार चल रहा था।
पहचान में चूक, गलत व्यक्ति की हत्या
प्रेस वार्ता में डीएसपी ने यह भी बताया कि पूछताछ में सदाब खान ने फोटो खान की हत्या की सुपारी मिलने की बात स्वीकार की है, लेकिन पहचान में गलती के कारण 29 अक्टूबर 2024 को चंदौती थाना क्षेत्र में भोलू खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में चंदौती थाना में कांड संख्या 410/24 दर्ज है, जिसमें अब उसकी संलिप्तता स्पष्ट हो चुकी है।
संगीन मामलों में रहा है शामिल
गिरफ्तार सदाब खान का आपराधिक इतिहास बेहद गंभीर है। वह हत्या, अपहरण, रंगदारी वसूली, कोर्ट परिसर में हमला और अवैध हथियार रखने जैसे दर्जनों मामलों में आरोपी रह चुका है। झारखंड के प्रतापपुर थाना में 2009 से लेकर 2018 तक उसके खिलाफ लगातार गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। वहीं, गया जिले के आमस, चंदौती, इमामगंज और रांची के काके थाना में भी उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
इनमें आमस थाना में 2013 में हत्या का मामला, चंदौती थाना में कोर्ट परिसर गोलीबारी, और प्रतापपुर थाना में 302, 387, 364, 307 जैसी गंभीर धाराओं में केस शामिल हैं। उसकी गिरफ्तारी लंबे समय से पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी।
अपराधियों का नेटवर्क तोड़ने की दिशा में सफलता
डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि यह कार्रवाई गया पुलिस और STF के लिए बड़ी उपलब्धि है। सदाब खान की गिरफ्तारी से जिले में अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी मदद मिलेगी। अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान तेज़ कर दिया गया है।