गया। जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित जनकपुर मोहल्ले में एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियां दहेज की लालच में तबाह कर दी गईं। नालंदा जिले के मयूरिया मोहल्ला निवासी श्रवण प्रसाद की बेटी निशा कुमारी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पिता का आरोप है कि बेटी की हत्या दहेज के लिए की गई। निशा की शादी गया के अभिषेक कुमार से वर्ष 2015 में हिंदू रीति-रिवाज से की गई थी। अब पिता अपनी बेटी की लाश देख, इंसाफ की गुहार लगा रहा है।
श्रवण प्रसाद ने मुफस्सिल थाने में आवेदन देकर बेटी की हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि शादी में उन्होंने करीब 12 लाख रुपये खर्च किए थे — 4 लाख रुपये नगद, 3 लाख के गृहस्थी सामान और अन्य विवाह खर्च शामिल थे। कुछ साल सबकुछ सामान्य रहा, लेकिन दो बेटियों के जन्म के बाद ससुराल पक्ष का व्यवहार बदलने लगा। पैसों की मांग बढ़ती चली गई।
इंजीनियर बेटों की कमाई बनी अभिशाप
श्रवण के दोनों बेटे जब इंजीनियर बने और अच्छी आमदनी करने लगे, तभी से निशा के ससुराल वालों की नजर उस पैसे पर लग गई। बार-बार पैसे मांगे जाने लगे। कई बार 20-50 हजार रुपये देकर श्रवण ने स्थिति संभाली, लेकिन हालात बिगड़ते गए। जब और पैसे देने से इंकार किया, तो निशा को प्रताड़ित किया जाने लगा।
तीन बजे आया फोन, छह बजे मिली लाश
17 जून की सुबह करीब तीन बजे निशा के देवर गोलू का फोन आया — “आपकी बेटी ने जहर खा लिया है, अस्पताल में भर्ती है।” घबराए पिता सुबह छह बजे जब मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे, तो बेटी की लाश उनका इंतजार कर रही थी। गले पर गहरा काला निशान था, कपड़े फटे हुए थे और शरीर पर चोट के कई निशान थे। यह सब किसी हादसे की नहीं, एक सुनियोजित हत्या की कहानी बयां कर रहे थे।
संदिग्ध सुसाइड नोट और दर्दनाक वीडियो

ससुराल वालों ने श्रवण को एक चिट्ठी सौंपी, जिसमें कहा गया कि मरने से पहले निशा ने यह पत्र लिखा है। लेकिन श्रवण ने साफ कहा कि यह उनकी बेटी की लिखावट नहीं है, यह हत्या को आत्महत्या साबित करने की साजिश है। पुलिस ने उस चिट्ठी को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
इतना ही नहीं, मृतका के परिजनों ने एक वीडियो भी मीडिया को उपलब्ध कराया है, जिसमें पति अभिषेक निशा की बेरहमी से पिटाई कर रहा है। वहीं उसके दोनों छोटे बच्चे मां को बचाने की गुहार लगाते हुए बिलख रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो दो महीने पुराना है और साफ तौर पर ससुराल में हो रही प्रताड़ना को उजागर करता है।
पति ने दी सफाई, पुलिस जांच में जुटी
वहीं, निशा के पति अभिषेक कुमार ने कहा कि वह 16 जून को पटना में जॉब के सिलसिले में था। रात में परिवार वालों ने फोन पर जहर खाने की जानकारी दी। वह तुरंत पटना से गया लौट आया, पर तब तक देर हो चुकी थी। निशा को जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन वह नहीं बच सकी।
इधर मुफस्सिल थानाध्यक्ष एसके द्विवेदी ने बताया कि मृतका के मायके वालों की ओर से आवेदन मिला है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ससुराल पक्ष ने रात में पुलिस को सूचना दी थी, तो उन्होंने कहा कि ससुराल वालों की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई थी। सूचना मृतका पक्ष ने दी, जिसके बाद पुलिस टीम अस्पताल पहुंची और जांच शुरू की गई।