औरंगाबाद के जसोइया मोड़ के पास सोमवार को करंट की चपेट में आने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान फेसर थाना क्षेत्र के बेली मंझार गांव निवासी 30 वर्षीय सुरेंद्र साव के रूप में हुई है। सुरेंद्र अपने रिश्तेदार के आरओ प्लांट में काम करता था और उसी से परिवार की रोजी-रोटी चलती थी। घटना के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोमवार दोपहर सुरेंद्र तालाब के पास काम कर रहा था, जहां एक लोहे का बिजली का खंभा खड़ा था। जानकारी के अभाव में उसने उस खंभे को छू लिया, जिसमें करंट दौड़ रहा था। तेज झटका लगते ही वह मौके पर ही गिर पड़ा और उसकी जान चली गई। आसपास मौजूद लोग तुरंत उसे लेकर औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंच गए और शव से लिपटकर बिलखने लगे। सुरेंद्र की पत्नी और करीब डेढ़ साल की मासूम बेटी का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र की शादी महज तीन साल पहले हुई थी। परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और अब इस हादसे ने सब कुछ उजाड़ दिया।
घटना के बाद कई लोग मामले की जानकारी छुपाने की कोशिश करते नजर आए। कुछ स्थानीय लोगों का आरोप है कि शहर के कुछ नेताओं ने भी घटना को दबाने की कोशिश की। हालांकि सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना अध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद मृतक के गांव में मातमी सन्नाटा है। लोग ग़मगीन हैं और बिजली विभाग से मांग कर रहे हैं कि मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और मुआवजा दिया जाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि सुरेंद्र बेहद मेहनती और जिम्मेदार युवक था, जो दिन-रात मेहनत कर अपने परिवार को संभाल रहा था। उसकी असमय मौत से परिवार पर संकट का पहाड़ टूट पड़ा है।