उद्घाटन समारोह में आध्यात्मिक छवि की झलक देंगे विदेशी भिक्षु
गया/पटना। बिहार में पहली बार आयोजित हो रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के भव्य उद्घाटन समारोह में बोधगया की आध्यात्मिक और वैश्विक छवि की झलक भी देखने को मिलेगी। इसी क्रम में शनिवार को बोधगया से थेरवाद और महायान परंपरा से जुड़े 137 बौद्ध भिक्षुओं का दल तीन वातानुकूलित बसों से पटना के लिए रवाना हुआ। ये भिक्षु 4 मई, रविवार को पटना में होने वाले उद्घाटन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

भिक्षुओं का यह प्रतिनिधिमंडल बोधगया स्थित विभिन्न बौद्ध मठों से संबंध रखता है और भारत के अलावा श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया एवं तिब्बत जैसे देशों से भी जुड़ा हुआ है। इनकी उपस्थिति बिहार की ऐतिहासिक पहचान—ज्ञान, साधना और संस्कृति की भूमि—को देशभर के युवाओं के समक्ष प्रतिष्ठापित करेगी।
4 से 15 मई तक आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय खेल महाकुंभ में देश के कोने-कोने से आए 8,500 से अधिक युवा खिलाड़ी 28 खेल विधाओं में भाग लेंगे। इसका आयोजन भारत सरकार, बिहार सरकार, केंद्रीय खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI), फिट इंडिया मूवमेंट और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित रहेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं की मौजूदगी खेलो इंडिया यूथ गेम्स को न केवल आध्यात्मिक गरिमा प्रदान करेगी, बल्कि बिहार को संस्कृति और खेल की समन्वित पहचान देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
भिक्षुओं को पारंपरिक सम्मान और श्रद्धा के साथ विदा किया गया। इस अवसर पर प्रमुख भिक्षु चालिंदा, भिक्षु दिनानंद, लामा डॉ. मनोज, बौद्ध तीर्थ क्षेत्र प्रबंधन समिति (BTMC) की सचिव डॉ. महाश्वेता महारथी, सदस्य किरण लामा और समिति के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की संकल्पना और सफल क्रियान्वयन में गया के जिलाधिकारी एवं BTMC अध्यक्ष डॉ. त्यागराजन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।