गया: बिहार के गया जिले में एक हैरान करने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां एक शख्स पुलिस की वर्दी पहनकर खुद को ‘खाकी वाला’ साबित करने की कोशिश में जुटा था। लेकिन पुलिस की पैनी नजर ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। रामपुर थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस फर्जी ‘पुलिसवाले’ को धर दबोचा। गिरफ्तार शख्स की पहचान राजीव कुमार के रूप में हुई है, जो गया के बेलागंज थाना क्षेत्र के वजीरपुर गांव का निवासी है।
पूर्व ड्राइवर निकला मास्टरमाइंड
जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि राजीव कोई नया खिलाड़ी नहीं, बल्कि बेला थाना में बतौर निजी ड्राइवर काम कर चुका है। उसने कई अन्य थानों में भी पुलिस की गाड़ियां चलाई थीं। इसी दौरान उसने चुपके से पुलिस की वर्दी सिलवा ली और उसे पहनकर खुलेआम सड़कों पर ‘अधिकारी’ बनकर घूमने लगा। इतना ही नहीं, वह कुछ समय तक पुलिस लाइन में भी रहा और बाद में अपने फर्जीवाड़े के पर्दाफाश होने के डर से मगध मेडिकल थाना क्षेत्र में किराए के मकान में छिपकर रहने लगा।
सिटी रामानन्द कौशल ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और राजीव को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। उसके पास से पुलिस की वर्दी भी बरामद की गई है। पूछताछ में राजीव अब तक यह स्पष्ट नहीं कर सका कि वह वर्दी क्यों पहन रहा था और उसका असली मकसद क्या था। हैरानी की बात यह है कि अभी तक उसके द्वारा किसी को ठगने की कोई शिकायत सामने नहीं आई है। फिर भी पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही और यह जांच कर रही है कि कहीं उसने वर्दी का दुरुपयोग तो नहीं किया। रामपुर थाना में इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, और राजीव से गहन पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या उसने इस फर्जीवाड़े के जरिए किसी को निशाना बनाया या कोई बड़ा खेल रचने की फिराक में था।