टिकारी से चुनाव लड़ना चाहते हैं रिटायर्ड फौजी मनोज कुमार, कांग्रेस से मांगा टिकट
गया, बिहार।
22 साल तक देश की सरहदों पर डटे रहे। फिर गांव लौटे तो पंचायत की जिम्मेदारी संभाल ली। अब रिटायर्ड फौजी मनोज कुमार टिकारी विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। कांग्रेस पार्टी से उन्होंने टिकट की दावेदारी की है और दावा है कि उन्हें जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
मनोज कुमार गया जिले के मेन थाना क्षेत्र के कुरियावां पंचायत के मुखिया हैं और पिछले 9 वर्षों से इस पद पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही वे गया जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
सेना में अनुशासन, पंचायत में अनुभव — अब राजनीति में नई पारी
मनोज कुमार का कहना है,
“सेना में 22 साल सेवा दी। वहां जात-पात जैसी चीज़ें पीछे छूट गईं। सब एक मेस में साथ खाते थे, साथ रहते थे। अब राजनीति में भी उसी सोच के साथ आया हूं — जनसेवा को ही अपना धर्म मानकर।”
सेना से रिटायर होने के बाद वे सीधे अपने गांव लौटे और पंचायत का चुनाव लड़ा। जनता ने भरोसा जताया और लगातार दो बार उन्हें मुखिया चुना गया। अब वे इस अनुभव को विधानसभा तक ले जाने की तैयारी में हैं।
परिवार से मिली जनसेवा की प्रेरणा
मनोज कुमार का टिकारी से पुराना रिश्ता है। उनका पुश्तैनी घर इसी विधानसभा क्षेत्र में है और उनकी मां भी पांच बार टिकारी क्षेत्र से वार्ड काउंसलर रह चुकी हैं। मनोज कहते हैं कि समाजसेवा उन्हें विरासत में मिली है।
वे बताते हैं,
“कांग्रेस की माई-बहन योजना जैसी सामाजिक योजनाएं मुझे बहुत पसंद हैं। ये योजनाएं समाज के कमजोर वर्गों के लिए असरदार हैं। टिकारी की जनता का लगातार समर्थन मिल रहा है — लोग कह रहे हैं कि टिकट लेकर आइए, हम आपको विधायक बनाएंगे।”
कांग्रेस में टिकट को लेकर मुकाबला भी है
हालांकि, टिकारी सीट से कांग्रेस में दावेदारों की संख्या तीन है। मनोज कुमार के अलावा सुमंत (जो पिछली बार भी प्रत्याशी रह चुके हैं) और सत्येंद्र कुमार भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं।
लेकिन मनोज कुमार को उम्मीद है कि पार्टी उनके ज़मीनी जुड़ाव, संगठनात्मक अनुभव और जनता के समर्थन को प्राथमिकता देगी।
मनोज कुमार की पहचान एक अनुशासित सैनिक, सक्रिय पंचायत प्रतिनिधि और अब संभावित जनप्रतिनिधि के रूप में बन रही है। जात-पात से ऊपर उठकर समाज की सेवा करने की उनकी सोच उन्हें राजनीति में एक अलग पहचान देती है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकारी सीट से टिकट देकर विधानसभा में जनसेवा का अवसर देती है या नहीं।