कानपुर में भाई दूज के दिन एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जिसने रिश्तों की अहमियत और न्याय की जरूरत को फिर से उजागर कर दिया। करीब डेढ़ साल पहले लापता हुई एक महिला, जिसके किडनैप और मर्डर के आरोप में उसके दोनों भाइयों को जेल भेजा गया था, वह अचानक भाई दूज के मौके पर अपने भाई का टीका करने घर लौट आई। इस घटना से मामला नया मोड़ ले चुका है, और बेगुनाह भाइयों की रिहाई की उम्मीद भी जग गई है।
पति से प्रताड़ित होकर घर छोड़ा
यह मामला मई 2023 का है जब राखी उर्फ रेखा, जो अपने पति श्याम नारायण के साथ रनिया गांव में रहती थी, अचानक अपने तीन बच्चों के साथ गायब हो गई। रेखा के पति श्याम नारायण का कहना था कि उसने अपने रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों के यहां रेखा को बहुत खोजा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। थक-हारकर उसने शिवराजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। श्याम नारायण ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी का आरोप रेखा के भाइयों, राजू और अशोक, पर लगाया। उसने दावा किया कि रेखा के भाई उसकी पत्नी और बच्चों को किडनैप करके हत्या कर चुके हैं।
पुलिस की जांच, भाइयों की गिरफ्तारी और हाईकोर्ट की सख्ती
शुरुआती जांच में पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और रेखा के दोनों भाइयों को आरोपी मानते हुए गिरफ्तार कर लिया। जुलाई 2023 में दोनों पर किडनैप और मर्डर का मामला दर्ज कर लिया गया। लेकिन इस बीच, पुलिस की जांच में लगातार बदलाव होते रहे। इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल ने सबूतों के अभाव में मामले की फाइल बंद कर दी थी और भाइयों को क्लीन चिट देने की सिफारिश की थी। लेकिन रेखा के पति ने पुलिस की रिपोर्ट को चुनौती देते हुए मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में ले गया। कोर्ट ने पुलिस की लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई और पुलिस कमिश्नर को तलब कर लिया। इसके बाद इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल को निलंबित कर दिया गया और नए सिरे से जांच शुरू हुई। इस नई जांच में रेखा के भाइयों, राजू और अशोक, को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
भाई दूज पर घर लौटकर बदला मामला
मामले ने बड़ा मोड़ तब लिया जब भाई दूज के दिन रेखा अपने मायके पहुंच गई। उसने पुलिस को बताया कि वह अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर घर छोड़कर चली गई थी। उसने यह भी कहा कि उसका पति शराब के नशे में अक्सर उसे प्रताड़ित करता था और उसकी मायके से मिली संपत्ति भी बेच दी थी। मजबूरी में रेखा कानपुर के रनिया इलाके की एक फैक्ट्री में काम कर रही थी और अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रही थी। लेकिन भाई दूज के दिन अपने भाइयों का टीका करने का भावनात्मक खिंचाव उसे मायके तक ले आया।
पुलिस की नई कार्रवाई, निर्दोष भाइयों को राहत
रेखा की वापसी के बाद पुलिस ने तुरंत मामले पर ध्यान दिया। शिवराजपुर थाने के प्रभारी अरविंद सिसौदिया ने कहा कि रेखा का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया जाएगा ताकि भाइयों को जेल से रिहा किया जा सके। उन्होंने बताया कि 169 की कार्रवाई के तहत दोनों भाइयों को जल्द ही जेल से रिहा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा, अगर रेखा पति की प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराती है, तो पुलिस उसके पति पर भी कानूनी कार्रवाई करेगी।
परिवार को मिला न्याय की उम्मीद
रेखा की इस अप्रत्याशित वापसी ने परिवार और पुलिस दोनों के लिए स्थिति बदल दी है। इस मामले ने रिश्तों की संवेदनशीलता और कानून व्यवस्था की चुनौतियों को सामने रखा है। अब पूरे परिवार और समाज की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आखिरकार निर्दोष भाइयों को कब न्याय मिलता है और क्या रेखा का पति उसकी प्रताड़ना का जिम्मेदार ठहराया जाएगा।