गया: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बहाल करने की दिशा में पुलिस और सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। चार वर्षों से फरार चल रहे कुख्यात नक्सली जुगल साव उर्फ जमदारी साव को औरंगाबाद जिले के छुछिया गांव से गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी गया पुलिस और एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई के तहत संभव हुई। शेरघाटी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एएसपी शैलेश सिंह ने इस बारे में जानकारी दी।
डायनामाइट विस्फोट कांड में मुख्य आरोपी
29 फरवरी 2020 को गया जिले के बांकेबाजार स्थित मध्य विद्यालय सोनदाहा में डायनामाइट विस्फोट की घटना में जुगल साव मुख्य आरोपी था। इस मामले में उसके खिलाफ UAPA और सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने अब तक इस कांड में शामिल 11 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जबकि जुगल साव तब से फरार था।
खुफिया सूचना पर हुई कार्रवाई
पुलिस को 17 नवंबर को गुप्त सूचना मिली थी कि जुगल साव अपने गांव छुछिया पहुंचा है। इसके बाद एसएसबी और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके में छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान जुगल साव भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपनी नक्सली गतिविधियों में संलिप्तता स्वीकार की।
आपराधिक इतिहास की जांच जारी
गया के एएसपी शैलेश सिंह ने बताया कि जुगल साव पर कई अन्य नक्सली मामलों में भी आरोप हैं। उसकी भूमिका और नेटवर्क की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियानों को और मजबूती मिलेगी।
नक्सल विरोधी अभियान में तेजी
गया पुलिस और एसएसबी की संयुक्त टीम नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार विशेष अभियान चला रही है। एएसपी ने स्पष्ट किया कि नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।