बोधगया (गया)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दोषों की याद में शुक्रवार को महाबोधि महाविहार परिसर एक भावुक श्रद्धांजलि सभा का साक्षी बना। विश्व शांति और करुणा के प्रतीक इस पावन स्थल पर आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में भारत सहित जापान, थाईलैंड, लाओस, तिब्बत, म्यांमार और कंबोडिया से आए 350 से अधिक बौद्ध भिक्षु व भिक्षुणियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आयोजन महाविहार के बटर लैंप हाउस में किया गया, जो कि मंदिर परिसर का प्रमुख ध्यान केंद्र है। यहां उपस्थित भिक्षुओं और संतों ने पारंपरिक दीप प्रज्वलन कर पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। दीप प्रज्ज्वलन बौद्ध परंपरा में अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाने का प्रतीक माना जाता है।

सभा में महाबोधि महाविहार के प्रमुख भिक्षु चालिंदा, भिक्षु दीनानंद, भिक्षु मनोज, बीटीएमसी की सचिव डॉ. महास्वेता महारथी, सदस्य डॉ. अरविंद सिंह, बीएसएसए के डीजी सह सीईओ रवींद्रन शंकरण, उनकी पत्नी व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आर. मल्लर विजी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। सभी ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता का संदेश दिया।
पूरे महाविहार परिसर में प्रार्थनाओं की गूंज और दीपों की मद्धम रोशनी ने वातावरण को अत्यंत भावुक व शांत बना दिया। श्रद्धांजलि सभा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि विश्व समुदाय को दिया गया यह स्पष्ट संदेश था कि आतंकवाद मानवता को तोड़ नहीं सकता, बल्कि हमें और अधिक एकजुट करता है।
सभा के अंत में उपस्थितजनों ने शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवादी कृत्यों को कायरता की संज्ञा देते हुए मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए एकजुट रहने का संकल्प लिया।