बिहार के ऐतिहासिक शहर राजगीर में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपनी जबरदस्त खेल क्षमता का प्रदर्शन करते हुए एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 पर कब्जा जमा लिया। फाइनल मुकाबले में भारत ने चीन को 1-0 से हराकर अपनी लगातार दूसरी और कुल तीसरी ट्रॉफी जीत ली।
दीपिका का निर्णायक गोल, 31वें मिनट में बदला मैच का रूख
तीसरे क्वार्टर के पहले यानी मैच के 31वें मिनट में दीपिका ने भारत के लिए एकमात्र और निर्णायक गोल दागा। पहले और दूसरे क्वार्टर के कुल 30 मिनट के खेल में दोनों टीमें गोल करने में असफल रहीं। भारत को दूसरे क्वार्टर में 4 और चीन को 2 पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन दोनों टीमें इन मौकों को भुनाने में नाकाम रहीं।
दर्शकों से खचाखच भरा स्टेडियम, तिरंगे का सम्मान
शाम 5 बजे राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में यह ऐतिहासिक मुकाबला शुरू हुआ। 3,000 दर्शकों की क्षमता वाला यह स्टेडियम पूरी तरह भरा हुआ था। भारतीय तिरंगे लहराते हुए दर्शकों ने “जय श्रीराम” के नारों और जोरदार तालियों के साथ अपनी टीम का हौसला बढ़ाया।
टूर्नामेंट का भारत के लिए शानदार सफर
भारतीय महिला हॉकी टीम ने टूर्नामेंट में ग्रुप स्टेज और सेमीफाइनल समेत सभी 6 मैच जीते। इससे पहले मंगलवार को जापान को हराकर भारत ने फाइनल में अपनी जगह बनाई थी।
भारत और चीन के बीच फाइनल मुकाबला 8 साल बाद हुआ। इससे पहले 2016 और 2013 में भी भारत ने चीन को हराया था, जबकि 2009 में चीन ने भारत को हराया था।
750 करोड़ की लागत से बना राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बना चर्चा का केंद्र
इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स पर तैयार किए गए इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ने बिहार को वैश्विक पहचान दिलाई। 750 करोड़ की लागत से बने इस आधुनिक स्टेडियम में दूधिया रोशनी और एलईडी लाइट्स के बीच दर्शकों ने बेहतरीन अनुभव लिया। वहीं, यहां के फूड कोर्ट में देश-विदेश के व्यंजनों का स्वाद भी लोगों को खूब भाया।
बिहार का गौरव बढ़ा
यह टूर्नामेंट न केवल भारतीय हॉकी के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ, बल्कि बिहार के लिए भी गर्व का क्षण रहा। इस आयोजन ने राज्य को अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर नई पहचान दिलाई। भारत की इस ऐतिहासिक जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मेहनत, धैर्य और जुनून के साथ हर बाधा को पार किया जा सकता है। भारतीय महिला हॉकी टीम का यह प्रदर्शन देश के लाखों युवाओं को प्रेरित करता रहेगा।