गया। बिहार के गया जिले की पुलिस ने एक बार फिर अपनी तत्परता और कुशलता का परिचय देते हुए 12 वर्षीय नाबालिग कुणाल को अपहरण के महज छह घंटे के भीतर झारखंड के पलामू जिले से सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही इस अपराध में शामिल चार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इस दौरान अपहरण में इस्तेमाल की गई अपाची बाइक और छह मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
घटना की पृष्ठभूमि
यह घटना 8 दिसंबर को इमामगंज थाना क्षेत्र के बरडीह गांव की है। गांव के लोग दोपहर में एक आहर (छोटे जलाशय) पर मछली पकड़ने में व्यस्त थे। इसी दौरान कुणाल मछलियां देखने आहर की ओर गया, लेकिन जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। खोजबीन के दौरान पता चला कि दो अज्ञात व्यक्ति उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गए हैं। परिजनों ने तुरंत इमामगंज थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलते ही एसपी सिटी प्रेरणा कुमार के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी साक्ष्य और मानवीय सूचना के आधार पर जांच शुरू हुई। सबसे पहले पुलिस ने नारायणपुर से अनुज कुमार को हिरासत में लिया। पूछताछ में अनुज ने खुलासा किया कि बच्चे को झारखंड के पलामू जिले के बिचकिला गांव में छिपाकर रखा गया है।
पुलिस ने बिना देरी किए बिचकिला गांव में छापा मारा। वहां से तीन और आरोपी—सौरभ कुमार, अवध कुमार और पिंटू कुमार—को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने निर्माणाधीन मकान से कुणाल को सुरक्षित बरामद कर लिया।
फिरौती के लिए हुआ था अपहरण
सिटी एसपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि उन्होंने बच्चे का अपहरण फिरौती के लिए किया था। पुलिस को यह भी पता चला कि अनुज कुमार ही इस अपहरण का मास्टरमाइंड था। अनुज ने न केवल इस साजिश को अंजाम दिया बल्कि अपहरण स्थल पर मौजूद रहकर पुलिस की गतिविधियों पर भी नजर बनाए रखी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अनुज कुमार (नारायणपुर, गया), सौरभ कुमार और अवध कुमार (चतरा), और पिंटू कुमार (दुधमटिया, गया) के रूप में हुई है। फिलहाल, पुलिस इनका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है।