विशाखापट्टनम से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक पति-पत्नी के बीच हुए झगड़े ने रेलवे को लगभग 3 करोड़ रुपये का भारी नुकसान पहुंचा दिया और स्टेशन मास्टर को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। घटना का कारण बेहद हैरान करने वाला है: ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर की पत्नी से फोन पर बहस हो गई, और इसी दौरान हुई गलतफहमी ने पूरी रेलवे प्रणाली को प्रभावित कर दिया।
कैसे था मामला ?
घटना के मुताबिक, रेलवे स्टेशन पर तैनात स्टेशन मास्टर को ड्यूटी के दौरान पत्नी का फोन आया। बातचीत में दोनों के बीच तीखी बहस हुई। पति ने आखिरी में कहा “OK,” और बातचीत समाप्त कर दी। लेकिन, उसी वक्त पास के दूसरे स्टेशन मास्टर ने यह “OK” सुन लिया और इसे ट्रेन के लिए सिग्नल मान लिया। उसने ट्रेन को रवाना कर दिया, जिससे ट्रेन प्रतिबंधित रूट पर चली गई और रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
शादी के बाद से रिश्तों में तनाव
पति का आरोप है कि उसकी पत्नी का शादी के पहले से एक अन्य व्यक्ति के साथ संबंध था। शादी के कुछ ही दिन बाद पत्नी ने खुद उसे अपने अफेयर के बारे में बताया, जिससे उनके रिश्ते में खटास आ गई। पति ने कई बार स्थिति सुधारने की कोशिश की और ससुर ने भी आश्वासन दिया था, लेकिन पत्नी का व्यवहार नहीं बदला। इस तनाव के चलते पति ने तलाक के लिए विशाखापट्टनम फैमिली कोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन पत्नी ने इसके जवाब में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करा दिया।
हाईकोर्ट का फैसला: मानसिक प्रताड़ना की पुष्टि
इस मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने पति के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट ने पाया कि पत्नी के आरोपों में कोई दम नहीं था, और उसके झूठे आरोपों से पति को मानसिक क्रूरता का सामना करना पड़ा। कोर्ट ने पति की तलाक याचिका को मंजूरी दी और पत्नी के सभी आरोपों को खारिज कर दिया।