पीड़िता ने अंबा थाने में दी शिकायत, पुलिस जांच में जुटी
औरंगाबाद: जिले में रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 80 वर्षीय वृद्धा ने अपने सगे भाई और भतीजी पर धोखाधड़ी कर मकान हड़पने और दो लाख रुपये की ठगी का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता द्रोपदी कुंवर, रिसियप थाना क्षेत्र के अमौना गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने रविवार को अंबा थाना में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
द्रोपदी कुंवर के अनुसार, उनके पति रामलगन दुबे का निधन वर्ष 1987 में हो गया था। इसके बाद वह पति की संपत्ति की कानूनी उत्तराधिकारी बनीं। उन्होंने झारखंड के लातेहार जिले के मुरूप गांव में दो बार जमीन खरीदकर मकान बनवाया था। वृद्धावस्था में देखभाल के उद्देश्य से उन्होंने अपने भाई रामदेव पांडेय को साथ रखा, लेकिन भाई ने विश्वासघात किया।
आरोप है कि रामदेव पांडेय ने चुपचाप मकान को अपने बेटे विवेक पांडेय के नाम बेच दिया। जब द्रोपदी को इसकी जानकारी हुई और उन्होंने विरोध किया, तो रामदेव ने मारपीट कर उन्हें घर से निकाल दिया। पीड़िता जब लातेहार थाने पहुंचीं, तो वहां पुलिस की मध्यस्थता में रामदेव ने उन्हें दो लाख रुपये दिए।
इसके बाद रामदेव ने अपनी बेटी सरिता देवी, जो औरंगाबाद जिले के अंबा थाना क्षेत्र के हरदत्ता गांव में रहती है, को वृद्धा की देखभाल के लिए भेजा। सरिता वृद्धा को अपने घर ले गई और सेवा का भरोसा दिलाकर उनके पास बचे दो लाख रुपये अपने बैंक खाते में फिक्स डिपॉजिट करवा लिए।
कुछ दिनों बाद जब वृद्धा ने पैसे वापस मांगे तो सरिता ने भी उनसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। असहाय अवस्था में वृद्धा अपने भांजे वीरेंद्र तिवारी के पास भैरोपुर गांव पहुंचीं। उनकी तबीयत गंभीर थी, जिसके बाद वीरेंद्र ने उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद उनकी स्थिति में सुधार हुआ।
फिलहाल द्रोपदी कुंवर ने अंबा थाना में अपने भाई रामदेव पांडेय और भतीजी सरिता देवी के खिलाफ साजिश के तहत मकान और रुपये हड़पने, साथ ही मारपीट व मानसिक प्रताड़ना देने की शिकायत दर्ज कराई है। अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल आरोपितों से संपर्क नहीं हो पाया है, उनका पक्ष मिलते ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।