ग्वालियर: मां का कर्ज चुकाने में असमर्थ दो कलियुगी बेटों ने रिश्तों को कलंकित करते हुए अपनी ही 88 वर्षीय मां की गला घोंटकर हत्या कर दी। इस दर्दनाक घटना का खुलासा तब हुआ जब अंतिम संस्कार से पहले पड़ोसियों की सतर्कता ने पुलिस को मौके पर बुला लिया। जांच के दौरान पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ हो गया कि महिला की मौत स्वाभाविक नहीं, बल्कि एक सोची-समझी हत्या थी।
सेवा करने से बचने के लिए दी मां की जान
ग्वालियर के राय कॉलोनी की रहने वाली कमला कोष्ठा अपने दो बेटों, डालचंद और पप्पू उर्फ प्रेमनारायण, के साथ रह रही थीं। 9 दिसंबर को अचानक उनकी मौत की खबर फैली। बेटों ने इसे स्वाभाविक मौत करार देते हुए जल्दी से अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर ली। लेकिन पड़ोसियों को संदेह हुआ। उन्हें शक था कि कुछ न कुछ गड़बड़ है, और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी।
पोस्टमार्टम ने खोला सच्चाई का राज
पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रिपोर्ट सामने आई तो यह खुलासा हुआ कि वृद्धा की गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस ने दोनों बेटों को हिरासत में लिया और उनसे सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया।
कबूलनामे में चौंकाने वाली वजह
पुलिस की पूछताछ में दोनों बेटों ने जो वजह बताई, वह रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली है। उन्होंने स्वीकार किया कि वे अपनी मां के साथ रहना और उनकी सेवा करना नहीं चाहते थे। बार-बार इसी बात पर विवाद होता था। विवाद के चलते उन्होंने शराब के नशे में मां की हत्या करने की योजना बनाई और 9 दिसंबर को इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया।
यदि पड़ोसी सतर्क न होते तो शायद यह मामला स्वाभाविक मौत के रूप में ही दर्ज हो जाता। उनकी सूचना पर समय रहते पुलिस मौके पर पहुंची और साजिश का पर्दाफाश किया।
आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज
डालचंद और पप्पू उर्फ प्रेमनारायण के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब इस घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है। इस हृदयविदारक घटना ने साबित कर दिया कि मानवता और रिश्तों का महत्व कुछ लोगों के लिए कितना कम हो सकता है।